Khana Khane ki Dua- khane Ke baad & darmiyan ki dua in Hindi
आज हम इस पोस्ट में Khana khane ki dua के बारे में सीखेगे। और जानेगे की दुआ पढ़ कर खाने के क्या फायदे है। साथ ही इस पोस्ट में हम सीखेगे की Khana khane ke baad ki dua क्या है?
इस पोस्ट में हम khane ke darmiyan ki dua के साथ dawat khane ki dua के बारे में सीखेगे।
Khana khane ki dua in Hindi
अगर हम नबी की सुन्नत के मुताबिक खाना खाएगें तो हमारा खाना भी इबादत बन जाएगा।
हमारा प्यारा इस्लाम कितना बेहतरीन मजहब है। जो हमारे हर रास्ते पर रहनुमाई करता है।
खाना खाने से pahle इतनी आवाज से bismillah.. कहे की आस-पास वाले सुन ले, ताकी उन्हे भी याद आ जाए, और वो भी बिस्मिल्लाह पढ़ ले। फिर khane की ये दुआ पढ़े:-
Khana khane ki dua |
जो शख्स खाना खाने से पहले खाने की दुआ पढ़ता है तो उसके खाने में बरकत होती है और शैतान उसके खाने में शरीक नहीं होता। इसलिए हमें खाने की दुआ जरूर पढ़नी चाहिए।
अगर खाना खाते वक्त खाने की दुआ पढ़ना भूल जाए और beech में याद आए तो खाना khane ke darmiyan की यह दुआ पढ़े।
Khane ke darmiyan ki dua
खाना खाते वक्त दुनिया की बातें ना करे। बल्कि अल्लाह का शुक्र अदा करते हुए खाना खाए। खाने में कोई ऐब ना निकाले। खाना खाने से पहले खाने की दुआ पढ़ना भूल जाए और बीच में याद आए तो खाने के beech ki यह दुआ पढ़े -
Khana khane ke darmiyan ki dua |
Khana khane ke baad ki duaKhana khane ke baad ki dua
खाना खाने के बाद बर्तन को अच्छे से साफ करे। खाना खाते वक्त उतना ही खाना बर्तन में निकाले जितना आप खा सको। ताकि खाना बरबाद ना हो।
और खाना खाने के बाद अल्लाह का शुक्र अदा करे। कि अल्लाह ने हमे बहुत अच्छा खिलाया और पिलाया। जिस भी नेमत का हम शुक्र अदा करते है अल्लाह उस नेमत को बढाता है और जिस नेमत की नाक़द्री की जाती है अल्लाह उस नेमत को छीन लेता है।
इसलिए हमें हर नेमत का शुक्र अदा करना चाहिए। ताकि हमारी नेमतों में इजा़फा हो।
Dawat khane ki dua
अगर कोई शख्स हमें दावत दे, तो उसकी दावत क़बूल करना चाहिए। क्योंकि हर मुसलमान के दूसरे मुसलमान पर छः हुकू़क़ है जिनमे से एक यह है कि जब कोई शख्स दावत दे।
तो उसकी दावत क़बूल की जाए।
जब किसी के यहाँ दावत खाने जाए तो दावत खाने के बाद की यह दुआ पढ़े -
Dawat khane ki dua |
Khane ka hisab na ho us ki dua -
खाना खाने के बाद ये दुआ जरूर पढे, ताकि हमारे खाने का हिसाब ना हो। क्योंकि हम एक घूँट पानी का हिसाब भी नहीं दे सकते। और जिस से हिसाब - किताब किया गया वो शख्स तो हलाक़ हो गया।
इसलिए खाने का हिसाब ना हो उसकी ये दुआ पढ़े -
Khane ka hisab na ho us ki dua |
आखरी लफ्ज -
इस पोस्ट में हमने बहुत सी दुआओं के बारे में सीखा। अब
इनका ह़क़ ये है कि इन दुआओं को इनके मौको के मुताबिक पढ़े। ताकि हमें दुनिया और आखिरत दोनों में फायदा हो।और हमारा रब अल्लाह भी हम से राजी़ हो।
FAQ :-
1. खाना खाने की दुआ क्या है।
Ans - بسم الله وعلى بركة الله
2. खाना खाने की दुआ पढ़ना भूल जाए और बीच में याद आए तो क्या पढे़।
Ans - بِسمِ اللهِ أَوَّلَهُ وَ أَخِرَهُ
3. खाना खाने के baad ki dua क्या है।
Ans - الْحَمْدُ لِلَّهِ الَّذِي أَ طَعَمَنَا وَسَقَانَا وَجَعَلَنَا مِنَ الْمُسْلِمِينَ
4. Dawat खाने के baad ki dua क्या है।
Ans - اللَّهُمَّ أَطْعِمُ مَنْ أَطْعَمَنِي وَاسْقِ مَنْ سَقَانِي
5. खाना खाने के बाद खाने का हिसाब ना हो उसकी दुआ क्या है।
Ans - الْحَمْدُ لِلَّهِ الَّذِي هُوَ اشْبَعَنَا وَأَرْوَانَا. . وَانْعَمَ عَلَيْنَا، وَأَفْضَلَ
Masha Allah allah aapko kamyab kare.
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